पहले माँ की पूजा, उसके बाद कोई काम दूजा, हे मां..! तुमसे विश्वास ना उठने देना, तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊं, चारों ओर अंधेरा ही अंधेरा घना पाऊं, बन के रोशनी तुम राह दिखा देना । लाल रंग की चुनरी से सज गया है माँ का दरबार https://sites.google.com/view/navratrishayari/