किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥ सोमवार – जिस भी क्षेत्र में आप कार्य करते हैं, आपको जल्दी सफलता मिलती है. निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ पण्डित त्रयोदशी https://shivchalisas.com